Abstract:
समावेशी शिक्षा एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो सभी बच्चों को, चाहे उनकी क्षमताएं या पृष्ठभूमि कुछ भी हो, शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करती है। यह शिक्षा सभी बच्चों को समान अवसर प्रदान करती है और उन्हें अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद करती है। हिंदी भाषा समावेशी शिक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह भाषा भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है। हिंदी भाषा भारत की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसका उपयोग विभिन्न धर्मों, जातियों और सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के लोगों द्वारा किया जाता है। समावेशी शिक्षा में, यह महत्वपूर्ण है कि सभी बच्चों को अपनी संस्कृति और पहचान को महत्व देना सिखाया जाए। हिंदी भाषा का उपयोग विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से जुड़े साहित्य और कहानियों को पढ़ाने और साझा करने के लिए किया जा सकता है। यह बच्चों को एक-दूसरे की संस्कृतियों को समझने और सराहने में मदद कर सकता है, जिससे एक अधिक समावेशी और स्वीकार्य स्कूल वातावरण बन सकता है। हिंदी भाषा विभिन्न प्रकार की भाषाओं और बोलियों का घर है। समावेशी शिक्षा में, यह महत्वपूर्ण है कि सभी बच्चों को अपनी भाषा कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान किया जाए, चाहे उनकी मातृभाषा कुछ भी हो। हिंदी भाषा का उपयोग विभिन्न भाषाओं और बोलियों को पढ़ाने और सीखने के लिए किया जा सकता है। यह बच्चों को अपनी संवाद कौशल विकसित करने और विभिन्न भाषाओं में जानकारी तक पहुंचने में मदद कर सकता है।